स्कूलों में बच्चों को जागरूक करने किए जा रहे आयोजन
कटनी - मध्यप्रदेश सरकार गणेशोत्सव में पर्यावरण व जल संरक्षण को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चला रही है। मप्र प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा जहां रासायनिक रंगों के प्रयोग और पीओपी से बनी प्रतिमाओं को स्थापित न करने जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है तो वहीं पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) भी पर्यावरण संरक्षण के लिए मिट्टी की गणेश प्रतिमा बनाने का प्रशिक्षण व फायदे बताने प्रशिक्षण कार्यशाला और अन्य कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक कर रहा है। शहर में भी लोग पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूक हैं और इस बार इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं स्थापित करने लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। गणेशोत्सव में प्रतिमा स्थापित करने का सबसे अधिक उत्साह बच्चों में देखने को मिलता है और इसके चलते स्कूलों में जहां बच्चों को इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं बनाने जानकारी दी जा रही है तो बच्चों के बीच मिट्टी व क्ले से बनी प्रतिमाएं बनाने व उनकी सजावट को लेकर प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं। तैयार कराए गए गणेशा को बच्चे अपने घरों में स्थापित कर उत्सव मनाएंगे। मिट्टी के साथ बनाए आटा, क्ले से गणपति पर्यावरण व जल संरक्षण को लेकर शहर के विज्डम वर्ल्ड स्कूल द्वारा अनोखी पहल की गई है। शिक्षकों ने बच्चों को ऑनलाइन इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं बनाने की जानकारी दी। जिसमें बच्चों को मिट्टी के साथ ही आटा, खेलने वाले क्ले और अन्य इको फ्रेंडली सामग्री के माध्यम से गणेश प्रतिमाओं का निर्माण कराया गया। घरों में उपलब्ध सामग्राी के माध्यम से ही उनकी सजावट भी की गई है। बच्चों ने अपने हाथों से बनाई प्रतिमाओं को आकर्षक रूप से सजाया है और अब 10 सितंबर से शुरू होने जा रहे गणेशोत्सव में बच्चे प्रतिमाओं को घरों में स्थापित कर उत्सव का आयोजन करेंगे। इको फ्रेंडली गणपति निर्माण के साथ ही बच्चों को प्रतिमाओं को घरों या फिर नदी, तालाबों के बाहर कुंड में ही विसर्जित करने भी स्कूल के शिक्षकों द्वारा प्रेरित किया जा रहा है।