मनु की सृष्टि के प्रथम मानव के रूप में उत्पत्ति हुई - आचार्य श्री पुष्पराज शर्मा | Manu ki shashti ke pratham manav ke roop main utpatti hui

मनु की सृष्टि के प्रथम मानव के रूप में उत्पत्ति हुई - आचार्य श्री पुष्पराज शर्मा                     

मनु की सृष्टि के प्रथम मानव के रूप में उत्पत्ति हुई - आचार्य श्री पुष्पराज शर्मा

जावरा (यूसुफ अली बोहरा) - खेड़ापति हनुमान मंदिर नरसिंहपुरा में चल रही भागवत के तृतीय दिवस शुक्रवार को पंडित पुष्पराज आचार्य ने भागवत कथा के अंतर्गत वसुदेव कुटुंबकम  के भाव   बताया कि श्रीमद्भागवत की सृष्टि की प्रारंभिक उत्पत्ति राजा  मनु ने की थी  । स्वयंभू मनु ऐसे प्रथम सृष्टि के पहले मानव है जिन्होंने जन्म लिया और  उनसे ही विश्व जगत में मानव सर्जन हुआ

उनके दो पुत्र और तीन पुत्रियां थी

उनके छोटे पुत्र प्रियव्रत ने सृष्टि को 7 भागों में बांटा जिसे सात दीप और सात समुद्र बनाएं 

हम जिस देश में रहते हैं उसका नाम है जम्मू दीप हे और जम्मू दीप के नो खंड हुए जिस खंड में हम रहते हैं उसका नाम है   अजनाभ खंड

यही अजनाभ खंड भगवान ऋषभदेव के वंश में आगे नाभि के पुत्र भरत नाम से इसी अजनाभ खंड का नाम भारत पड़ा इसलिए हमारे देश का नाम भारत है

भागवत कथा में ध्रुव चरित्र प्रहलादचरित्र का हबवर्णन आज गाया गया ।

कल  18 सितंबर शनिवार को भगवान राम और कृष्ण का जन्म उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा  ।

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