सरपंच की अनूठी पहल, 100 साल पुराने पांच तालाबों को जोड़कर राज्य से लेकर केंद्र तक पाई प्रशंसा
बालाघाट (देवेंद्र खरे) - बालाघाट जिले के लालबर्रा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत पांढरवानी के सरपंच (ग्राम प्रधान) ने 100 साल पुराने पांच तालाबों को जोड़कर जल संरक्षण के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करते हुए राज्य से लेकर केंद्र तक से प्रशंसा हासिल की है । यह उपलब्धि "कैच द रैन वाटर" का आदर्श उदाहरण बनकर सामने आया है बता दें कि मनरेगा योजना से जोड़े गए तालाबों की कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत, कमिश्नर जबलपुर, एसीएस ग्रामीण विकास विभाग मनीज श्रीवास्तव, पंचायत विभाग के सहायक आयुक्त अनिल कोचर और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह तक तारीफ कर चुके हैं । इतना ही नहीं केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय ने तालाब जोड़ों अभियान की सराहना करते हए अपनी वेब साइड पर इस अनूठी पहल का उल्लेख किया है । पांच तालाबों को इस तरह आपस में जोड़ने के अलावा पास के सर्राठी जलाशय से भी लिंक किया गया है । इससे क्षेत्र का जल स्तर बढ़ा है तथा भीषण गर्मी में भी पानी की उपलब्धता बनी रहती है । ऐसी अधोसंरचना तैयार की गई है कि सभी तालाबों का पानी ओवर फ्लो होने पर भी बेकार नहीं बहता है स्वतः ही दूसरे तालाब में समाहित हो जाता है । जल संरक्षण को लेकर किये गए इस कार्य को और मजबूती देने तालाब की पार का चौड़ीकरण कर पीचिंग वर्क, बड़े शहरों की तर्ज पर पनघट निर्माण सहित पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से सुसज्जित गार्डन का निर्माण भी किया गया है ।
सरपंच अनीस खान ने बताया कि सड़क से सड़क जोड़ो की तर्ज पर यह तालाब से तालाब जोड़ों का कार्य किया गया है । इससे किसानों को बारहों महीने सिंचाई के लिए पानी मिल जाता है । भीषण से भीषण गर्मी में भी हमारी नल जल योजना प्रभावित नहीं होती । समूह पेयजल योजना के पानी की टँकी के ओवरफ्लो का पानी नाली के मध्यम से तालाब में आता है ।किसान सब्जी के अलावा साल में दो से तीन बार फसल ले सकते हैं । साथ ही तालाब कर पास बेहतरीन सुंदर गार्डन बनाया गया है । जहां बच्चों के लिए खेलकुद का सामान है तो ओपन जिम भी है । साथ ही यहां आने वाले बोटिंग का लुत्फ भी उठाते हैं ।इन सभी कामों के लिए पंचायत निधि के अलावा सांसद और विधायक निधि का सहयोग लिया गया है । इधर कलेक्टर दीपक आर्य ने भी ग्राम सरपंच की तारीफ करते हुए इसे अनूठा और प्रेणादायी प्रयोग बताते हुए अन्य सरपंचों से भी जल संरक्षण की दिशा में काम करने की अपील की है।