सेवा सहकारिता संस्थाओं में कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन कलम बंद हड़ताल
खलघाट/धार (मुकेश जाधव) - इन दिनों आदिम जाति सेवा सहकारिता संस्था के कर्मचारी महा संघ भोपाल के आव्हान पर अनिश्चितकालीन कलम बंद हड़ताल का दिनों दिन रूप बढ़ता जा रहा है शनिवार प्रारंभ हुई हड़ताल को आज चार दिन हो चुके है लेकिन अभी तक आदिम जाति सहकारिता संस्थाओं में सोसायटी व शासकीय उचित मूल्य दुकानों पर भी ताले लगे हुए है दूसरी ओर किसान को पंजीयन के लिए भटकना पड़ रहा है तो वही हर माह मिलने वाला राशन भी गरीब परिवारों को इस हड़ताल से नही मिल पा रहा है तो वही कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार के सामने अड़ा हुआ है। जबकि सहकारी समिति कर्मचारी पूर्व से ही नियमितीकरण की मांग करते आया है।
इनकी प्रमुख मांगे
*1* प्रभारी प्रबंधक सहायक प्रभारी लेखपाल कम्प्यूटर आपरेटर कैशियर विक्रेता चौकीदार आदि को सरकारी नीति के अनुसार इन्हें भी लाभ मिलना चाहिए।
*2* कोरोना काल मे निसहाय गरीब लोगों को शासन के आदेश अनुसार राशन निशुल्क बाटा गया था वह राशन पी ओ इस मशीन में उक्त स्टोक कम नही किया गया और आज कटौती कर राशन उचित मूल्य की आवंटित करवाया जा रहा है। वही कटौती किये गए खाद्यान्न को शीघ्र आवंटित किया जाए।
*3* सहकारी समिति कर्मचारियों को समय से वेतन तक का भुकतान नही होता वही 2 से 3 वर्षो से वेतन भुगतान नही किया गया तुंरत वेतन भुगतान किया जाए।
*4* संस्थाओं को पिछले वर्षों का पीडीएस धान गेंहू बाजरा मक्का का कमीशन अभी तक सोसाइटी को नही मिला है उसे भुगतान किया जाए।
*5* समिति कर्मचारियों पर पीडीएस ऋणमाफी आदि में बगैर जांच के एफआईआर वापिस की जाए।
*6* सरकारी कर्मचारियों की भर्ती प्रतिक्रिया चालू की जाए।
*7* समिति के हटाये गए कमर्चारियों को वापिस लिया जाए।
अगर यह मांगे नही मानी गई तो दिनों दिन हड़ताल का रूप तेज होते जाएगा। इस हड़ताल से गरीब परिवार जो हर माह का राशन लेने पहुँच रहा है वह बुरी तरह प्रभावित होते देखा जा रहा है।
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