नर्मदा घाटी के निमाड़ के किसानों का बड़वानी में बैलगाड़ी, ट्रैक्टर मार्च
आज देश भर चल रहे किसानों के, मजदूरों के आंदोलन के पक्ष में नर्मदा घाटी के निमाड़ के किसान, मजदूर, पशुपालक, मछुआरे, बहनों और भाइयों ने मिलकर ट्रैकटर और बैलगाड़ी निकालकर अपना समर्थन दिया। किसान, मजदूर विरोधी कानूनों को रदद् करने व न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने की मांग की।
बड़वानी (शकील मंसूरी) - आज नर्मदा घाटी के निमाड़ के किसानों ने बड़वानी में सैकड़ों ट्रेक्टरों व बैलगाडीयों के साथ मार्च निकालकर कृषि विरोधी कानूनों को वापस लेने की मांग की, साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने की मांग की | ट्रेक्टर रैली बड़वानी की कृषि मंडी होते हुए झंडा चौक से निकलते हुए बड़वानी के मुख्य बाजार के रास्तों से शहीद स्तंभ पहुंची जहाँ नुक्कड़ सभा करते हुए सजवानी, रेहगुन, बालकुआ, तलवाडा डेब आदि गावों में होते हुए अंजड पहुंची जहाँ बस स्टेंड पर सभा हुई |
इस सभा को किसान नेता पुरुषोत्तम पाटीदार बड़वानी कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष शेखर पाटनी और कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं ने इस रैली का समर्थन करके उनके साथ शासन के किसान विरोधी बिल का विरोध कर किसानों के समर्थन मै रहै।
सनोबर बी मंसूरी ने कहा कि हम इन तीनों कृषि विरोधी कानूनों को रद्द करने की मांग करते है और साथ ही नरेंद्र मोदी अपनी हठधर्मिता छोड़े और किसानों से बात करे, मोदी सरकार की हठधर्मिता की वजह से आज 2 महीने से चल रहे किसान आंदोलन में सैंकड़ों किसानों की मौत हो गई है लेकिन इस सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
देवराम कनेरा ने कहा कि आज जो किसान आंदोलन चल रहा है इसकी वजह से मोदी सरकार की नींव हिल गई है लेकिन इस मोदी सरकार की तानाशाही जारी है यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कैलाश यादव, गौरीशंकर कुमावत , जितेन्द्र मछुआरा, गेंदालाल भिलाला, बच्चूराम कन्नोजे, मुकेश भगोरिया, कमला यादव