अभद्र टिप्पणी के विरोध में पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस के नेतृत्व में भाजपा ने पूर्व cm कमलनाथ को काले झंडे दिखाकर किया विरोध
बुरहानपुर। (अमर दीवाने) - मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरतीदेवी के खिलाफ कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी एवं कांग्रेस के महिला विरोधी निकृष्ट बयानों के विरूद्ध प्रदेश की पूर्व कैबिनेट मंत्री अर्चना चिटनिस के नेतृत्व में भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने बुरहानपुर के नेपानगर में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को मौन धारण कर काले झंडे दिखाए और विरोध किया।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे, नगर पालिका अध्यक्ष राजेश चौहान, नरहरी दीक्षित, राजा जंगाले, पवन राजे, अरूण सोनी, कमलेश पांजरे, रमेश कैथवास, प्यारेलाल महाजन, शिखा विजयवर्गी, विक्रम चौहान, नर्मता मालगुजार, नम्रता दवे, सुनिता वाजपेयी, लता दवे, प्रदीप दवे, दुर्गासिंह ठाकुर, उमेश सोनी, सचिन गोपाल, गिरीश निकम, नरेश वारूडे़, निलेश महाजन, नवनित दुबे एवं आनंद पाटिल अन्य पार्टी पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं सहित बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रही।
इसके पूर्व बुरहानपुर में महात्मा गांधी चौक में प्रातः10 बजे से दोपहर 12 बजे तक ‘‘मौन उपहास‘‘ भी रखा गया। जिसमें श्रीमती चिटनिस, नेपानगर चुनाव प्रभारी गोपीकृष्ण नेमा, भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे, जगदीश कपूर, दिलीप श्रॉफ, श्रीमती माधुरी पटेल, बलराज नावानी, श्रीमती करूणा भट्ट, श्रीमती कविता मोरे, श्रीमती सावित्री बत्रा, श्रीमती उमा कपूर, श्रीमती संध्या कदवाने, श्रीमती किरण रायकवाड़ सहित पार्टी पदाधिकारी-कार्यकर्तागण सम्मिलित हुए।
प्रदेश की पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि कल से मन मे प्रश्न उठ रहे है क्या स्त्री होना पाप है? नारी होना अपराध है? अनुसूचित जाति में जन्म लेने वाली महिला को एक पूर्व मुख्यमंत्री भी चौराहे पर, सार्वजनिक तौर पर इस प्रकार प्रताडित करेगा, अपमानित करेगा? अगर यह बोल प्रदेश के नेतृत्व करने वाले जवाबदार नेता के है तो इनकी सोच कैसी होगी? अपने कार्यकर्ताओं को क्या प्रेरणा दे रहे है? आम आदमी के सामने क्या उदाहरण रखा जा रहा है? कमलनाथ जी आपकी राजनैतिक बौखलाहट के चलते मध्यप्रदेश की बहन, बेटियां अपना अपमान क्यों बर्दाश्त करें? एक महिला की गरिमा, इज्जत और महिमा को, प्रतिष्ठा को इस प्रकार चौराहों पर तार-तार करोंगे ओर देश व प्रदेश उसे सहन करेगा?
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि मैं कल रात सो नहीं पाई। यह तो दहशत गर्दी है। एक तरफ हमारे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान आधी आबादी का 50 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को दे रहे वहीं दूसरी तरफ सार्वजनिक क्षेत्र में बहन, बेटियां काम नहीं कर सके, डर जाए, घर में बैठ जाए ऐसी भाषा बोलने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि कमलनाथ जी अपने आपको ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ कहते हैं और एक महिला के लिए अमर्यादित शब्दों का प्रयोग भी करते हैं। नारी शक्ति के अपमान के साथ-साथ यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का भी अपमान है। ऐसी ओछी मानसिकता रखने वाला व्यक्ति जब मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदारी वाले पद पर होगा तो प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ना स्वाभाविक है। मैंने पहले भी कहा था कि यह उपचुनाव मध्यप्रदेश को बचाने वाला चुनाव है। कमलनाथ जी ने एक ऐसी महिला के मान-सम्मान को ठेस पहुँचाई जिसने एक मजदूर के रूप में संघर्ष करते हुए मंत्री के पद तक का सफर तय किया है। यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमंते तत्र देवताः के देश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने बहन इमरती देवी पर अमर्यादित टिप्पणी की। ऐसा नहीं है कि यह उनके मुंह से अनायास निकल गया है, बल्कि टिप्पणी के बाद वे अट्टहास कर रहे हैं, आनंद ले रहे हैं। हमें लगा कि कमलनाथ अपने बयान पर खेद प्रकट करेंगे लेकिन उन्हें तो अपने शब्दों पर गर्व है। भारतीय जनता पार्टी सदैव माताओं-बहनों के सम्मान की रक्षा और कल्याण के लिए कार्य करती रही है और करती रहेगी।