विधायक कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में अन्र्तराष्ट्रीय आदिवासी दिवस मनाया गया | Vidhayak kantilal bhuriya ke netratva main antarrashtriy adivasi

विधायक कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में अन्र्तराष्ट्रीय आदिवासी दिवस मनाया गया

विधायक कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में अन्र्तराष्ट्रीय आदिवासी दिवस मनाया गया

झाबुआ (अली असगर बोहरा) - जिले में अन्र्तराष्ट्रीय आदिवासी दिवस  कोरोना संक्रमण के कारण शासन के नियमों का पालन करते हुए सीमित संख्या में हर्षोउलास के साथ अन्र्तराष्ट्रीय आदिवासी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर आज पूर्वाहन साढे़ ग्यारह बजे गोपाल काॅलोनी स्थित विधायक कार्यालय (पूराना वरदान) पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री मध्यप्रदेश  आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक कांतिलाल भूरिया के मुख्य अथित्व में सन 1857 की क्रांति में भाग लेने वाले तथा अंग्रेजी हूकूमत के लिए चूनौती बन गए टांटिया भील, बीरसा मुण्डा, वीर एकलव्य एवं रानी दुर्गावती एवं डाॅ. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जलित कर पुष्पांजली अर्पित की गई । इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने भी माल्यार्पण कर एवं पुष्प अर्पित कर अपनी ओर से इन महा नायकों को पुष्पांजली अर्पित की । इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक कांतिलाल भूरिया ने सभी समाजजनों को अन्तराष्ट्रिय आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए अपने संदेश में कहा कि आदिवासी समाज का एक गौरवमय इतिहास रहा है। भील, भीलाला, पटलिया समाज अपनी देश भक्ति, वीरता, कर्मठता, और सांस्कृतिक विरासतों के कारण देश के अन्य समाजों में विशिष्ठ एवं महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। भूरिया ने कहा कि आदिवासी समाज कई वर्षों तक उपेक्षित रहा था, कांग्रेस की तत्कालिन सरकारों ने आदिवासी समाज के उत्थान के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं बनाकर उनको, समाज को मुख्य धारा में लाने का प्रयास किया है। विधायक वीरसिंह भूरिया ने अपने संदेश में कहा कि आजादी से पूर्व आदिवासी समाज काफी पिछड़ा हुआ था, किन्तु आजादी के पश्चात तत्कालिन कांग्रेस के प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुरशास्त्री, श्रीमती इंदिरा गांधी, स्वर्गिय राजीव गांधी एवं मनमोहनसिंह के नेतृत्व में समाज की उन्नती के लिए अनेक कार्य किये गए हैं, जिसका लाभ नई पीढ़ी को मिल रहा है। युवा नेता एवं मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद के महामंत्री  डाॅ. विक्रांत भूरिया ने अपने संदेश में कहा कि हमें समाज के लिए चिंतन, मनन, विचार, संप्रशित करने का विषय है। हम सब जनजाति के लोग गैर आदिवासियों के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर अपनी योग्यता , प्रतिभा ओर ग्राम्य जीवन के कौशल के साथ विकास के कुछ पायदानों को स्पर्श कर सकते हैं, हमें  आत्म मंथन करने की जरूरत है।


डाॅ. विक्रांत भूरिया ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक कांतिलाल भूरिया ने आदिवासी दिवस केे अवसर पर झाबुआ नगर के भंडारी पेट्रोल पंप पर स्थित टांटिया भील की मूर्ति के ऊपर शेड निर्माण एवं सौन्दर्यकरण के लिए 2.75 लाख रूपये विधायक निधि से स्वीकृती की अनुशंसा की है। इस अवसर पर आदिवासी विकास परिषद के जिला अध्यक्ष विजय भाबोर, आदिवासी नेता आशिष भूरिया, मथियास भूरिया, बबलु कटारा, बंटी डामोर, विनय भाबोर, प्रकाश बामनिया, विनोद पाटिदार, जय मुणिया, सुनिल भूरिया, आई टी सेल के जिला अध्यक्ष हर्ष जैन, प्रभु भाबोर, मुन्ना पणदा आदि उपस्थित थे।

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