हर मुराद पूरी करती है माँ रेणुका, दूर दूर से आते है श्रद्धालु | Har murad puri krti hai renuka, dur dur se ate hai shraddhalu

हर मुराद पूरी करती है माँ रेणुका, दूर दूर से आते है श्रद्धालु

हर मुराद पूरी करती है माँ रेणुका, दूर दूर से आते है श्रद्धालु

बैतुल (यसवंत यादव) - जिले के आमला ब्लाक में मा रेणुका का मंदिर प्रसिद्ध है जहाँ आस पास के लोगो सहित दूरदराज के ग्रामो  व शहरों से लोग आते है ।माँ रेणुका के मंदिर का इतिहास वर्षो पुराना है और  ऐसी मान्यता है कि माँ रेणुका की प्रतिमा का प्रतिदिन तीन बार रूप बदलती है सुबह बाल्यवस्था में दोपहर युवा तथा देर शाम वृद्धअवस्था मे ।इसी तरह दूर दूर सहित शहर के लोग रोजाना मंदिर पहुचकर पूजा अर्चना करते है ।आमला शहर से ग्राम छावल लगभग 12 की मि दूरी पर स्थित है ।जहां माता का मंदिर है ,शासन द्वारा ग्राम छावल में स्थित मा रेणुका मंदिर को पर्यटन स्थल घोषित किया जा चुका है जिससे मंदिर का कायाकल्प जीर्णोद्धार हो चुका है वही आसपास सोन्द्रीयकर्ण भी किया गया है ।माँ रेणुका के मंदिर में प्रति मंगलवार दूर दूर से श्रद्धालु भगत आते है और अधिकत्तर लोगो की मन्नते भी मा ने पूर्ण की है जिससे लोग मन्नतों के पूरा होने पर विशेष पूजा अर्चना करते है ।दूसरी तरफ आज तक ग्राम छावल में मा के प्रताप से किसी प्रकार की कोई बीमारी प्रकोप या आपदा नही आई ।और माता के आशीर्वाद छावल सहित बोरी रतेड़ा,खापा व अन्य ग्रामो में किसानों के भी जलस्रोत भरपूर चलते है।बेऔलाद ,जमीनी विवाद हर तरह के मसलों के निराकरण के लिए आमजन मा के मंदिर में माथा टेकने आते है ।


छावल में हर वर्ष 1 माह अप्रेल में मेले का आयोजन भी किया जाता है और यह परंपरा लंबे अरसे से चल रही है ।लेकिन इस वर्ष कोरेना  लाकडाउन के चलते  प्रतिबंध होने से मेले का आयोजन नही हुआ।

गौरतलब होगा कि लगभग 100 वर्ष से अधिक समय से मा रेणुका माता मंदिर में नियमित पूजा हो रही है और सैकड़ो वर्षो पुरानी मा की प्रतिमा है ।नवरात्र पर्व के अलावा 12माह इस मंदिर में श्रद्धालुओं का ताता लगा रहता है ।चाहे जनपद ,नगरपालिका या विधानसभा लोकसभा चुनाव हो हर प्रत्याशी लगन से पूजा कर मा का आशीर्वाद  लेने पहुचते है ।और तो ओर पिछले वर्ष अच्छी वर्षा की कामना लेकर जनप्रतिनिधियों सहित कार्यकर्ताओ द्वारा शहर से पैदल यात्रा कर मंदिर पहुचकर पूजा अर्चना की गई थी व साल में अनेको बार जनप्रतिनिधियों  द्वारा छावल में कई कार्यक्रम व भंडारे आयोजित भी किये जाते है।

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