बेशकीमती सागौन के वृक्ष की अवैध कटाई पर अंकुश लगाने पर असफल वन विभाग
माफियाओं के खिलाफ वन विभाग की निष्क्रियता दर्शा रही मिलीभगत को
बालाघाट (देवेंद्र खरे) - बालाघाट जिला वन संपदा के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है । जिसके कारण वन माफियाओं की नजर इस जिले के बेशकीमती वृक्षों पर हमेशा लगी रहती है । बेशकीमती सागौन के वृक्षों की अवैध कटाई की जानकारी जिले के अलग-अलग हिस्सों से आ रही है ।
लामता वन विकास निगम के लालबर्रा परियोजना परिक्षेत्र में भारी मात्रा में सागौन की अवैध कटाई का सिलसिला निरंतर जारी है।
हाल ही में लालबर्रा क्षेत्र अंतर्गत सागौन के जंगल में पेड़ों की धड़ल्ले से कटाई वन माफिया द्वारा की गई है।
इसके बावजूद भी वन विभाग के द्वारा किसी भी प्रकार की सक्रियता ना दिखना कर्मचारी अधिकारियों की मिलीभगत को दर्शा रहा है ।
विडम्बना यह है कि जिस स्थान पर सागौन के पेड़ों की अवैध कटाई हुई है ।
वह स्थान वन चौकी से महज सौ मीटर की दूरी पर है।
बतादे लालबर्रा रेंज के सेलवा,बगदई,सालेबर्री बीट के अंतर्गत कक्ष क्रमांक 393, 394 ,398 ,388 व 389 में हाल ही में दर्जनों संख्या में सागौन के पेड़ काटे गए हैं। जहां पेड़ काटे गए वहां दर्जनों पेड़ों के ठूठ अब भी साक्ष्य बनकर अड़े है, इसके बावजूद भी लालबर्रा रेंज के बीट अधिकारियों द्वारा इसे गंभीरता से ना लेना। माफियाओं के हौसले को बुलंद कर रहा है। वन विभाग की निष्क्रियता यूं ही चलती रही तो जिले के जंगलों से बेशकीमती सागौन के वृक्ष समाप्त होने में समय नहीं लगेगा ।
इस मामले में वन परिक्षेत्र अधिकारी
एम एस श्रीवास्तव ने बताया कि प्रकरण पंजीबद्ध कर मामलों की जांच शुरू है।
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