बार-बार बिजली बंद होने से होती है समस्या
जावरा (यूसुफ अली बोहरा) - कंपनी मानसून के दो महीने पहले से नगर में मेंटनेंस का काम करती है।इसके बाद भी उसका लाभ आमं जनता को नहीं मिल पा रहा है। थोड़ी सी हवा में ही बिजली सप्लाई बंद हो जाती है। इसी तरह फीडर सेपरेशन के काम में भी घटिया और लापरवाही बरती गई , जिसका का लाभ भी जनता को नही मिल रहा है। । यहीं कारण है कि सोमवार व मंगलवार की अर्ध रात्रि को हुई वर्षा ने कम्पनी के मेंटेनेंस की पोल खोल दी।उमस वाली भीषण गर्मी में अर्ध रात्रि को बादीथ हुई विधूत सप्लाई सुबाह साढ़े दस बजे आई । इसके बाद भी मंलवार को विधूत का दिन भर आना जाना जारी रहा। जिसके कारण आम जन गर्मी व उमस से रात भर व दिन भर बैचेन रहा।नगर में घटिया मेंटेनेस के चलते आये दिन जम्पर एव्ं तार टूटने के कारण विधुत की आवा जाही आये दिन की बात व समस्स्या है।
इस आशय का आरोप आटा चक्की संघ के अध्यक्ष नाहरु मोहम्मद सचिव महेश अग्रवाल एव्ं कोषाध्यक्ष बंसीलाल पोरवाल ने बिजली कंपनी के अधिकारियों पर लगया।अधिकारियो की अकर्मणय्ता एमव मनमानी के कारण आए दिन आम उपभोक्ता परेशानी का सामना कर रहे हैं। प्री-मानसून का मेंटनेंस करने के बाद भी थोड़ी बहुत हवा चलने या मौसम खराब होते ही सप्लाई को बंद कर दिया जाता है अथवा सप्लाई बादीथ हो जाती है। इसके अलावा यदि बिजली के तार टूटे हो या फिर बिजली खंभों में आग लगी हो तो बिजली ढाई से दो घंटे के लिए गायब हो जाती है। नगर के अधिकांश हिस्से में आरएपीडीआरपी योजना में काम हो चुका है। इसके बाद भी बिजली का ट्रिप होना लगातार बना हुआ है। स्थानीय बिजली कंपनी में वर्षों से पदस्थ लाइन स्टाफ के स्थान पर अप्रशिक्षित स्टाफ के कारण भी यह समस्सया उतपन्न ही रही है।
नेता द्वय ने बताया कि घन्टा घर स्थित फ्युस काल सेन्टर पर बिजली की समस्या सुनने के लिए कार्यालय में फोन नहीं उठाया जाता है। अथवा कर्मचारी नहीं मिलते। इसके पीछे कारण यह है कि यहां पदस्थ ओपरेटर के रिटायर होने के बाद से ही विभाग ओपरेटर की नियुक्ति करना भुल गया जिसके चलते लाइन मेन जब फील्ड में जाते है ये काल सेन्टर बंद रह्ता है।
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