युवा डॉक्टर यश तलेरा, अय्यूब खान ने तैयार किया 15 वर्ष पुराना खराब वेल्टीनेटर | Yuva doctor yash talera ayyub khan ne tayyar kiya 15 varsh puranan

युवा डॉक्टर यश तलेरा, अय्यूब खान ने तैयार किया 15 वर्ष पुराना खराब वेल्टीनेटर

युवा डॉक्टर यश तलेरा, अय्यूब खान ने तैयार किया 15 वर्ष  पुराना खराब वेल्टीनेटर

थांदला (कादर शेख) - कोरोना वायरस  के संक्रमण पाए जाने के पश्चात मरीज को वेंटीलेटर पर अपना होता है चुंकि प्रदेश या देश में इतने अधिक वेंटिलेटर नहीं उपलब्ध हैं की हजारों की तादाद में अगर मरीजों की संख्या बढ़े तो उन्हें वेंटिलेटर दिया जा सके। देश की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए  थांदला नगर  के  आशीष कारा ने फेसबुक पर पोस्ट डाली कि क्या किसी प्रकार से मैनुअल वेंटीलेटर मशीन को तैयार किया जा सकता है क्या ऐसे कोई साधन का जुगाड़ करके वेंटिलेटर के रूप में कार्य करने वाला मशीन को बनाया जा सकता है, उक्त पोस्ट को एक निजी ग्रुप में फेसबुक पर शेयर किया गया,  उक्त पोस्ट को थांदला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ एक पुराने कर्मचारी अयूब खान द्वारा देखा गया और उन्होंने याद किया कि ऐसी एक मशीन 15 साल पहले थांदला हॉस्पिटल में पोर्टेबल मैनुअल वेंटिलेटर मशीन आई थी जिसका बिल्कुल भी उपयोग नहीं किया गया परंतु वह अब किस हालत में होगी कैसी होगी एक सोचनीय विषय था । अयूब खान ने उक्त बात ग्रुप एडमिन आशीष कारा तक पहुंचाई, आशीष कारा ने डॉक्टर यश तलेरा जो कि कुछ समय पहले भोपाल के चिरायु हॉस्पिटल से प्रैक्टिस कर थांदला लौटे हैं जिन्हें वेंटीलेटर किस तरह से कार्य करता है वह उसके किस वालों में किस तरह का प्रेशर आना चाहिए का अनुभव था  के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जो कि अब सिविल हॉस्पिटल बन चुका है पर पहुंचे व अयूब खान एवं सेवानिवृत्त डॉ किरण बाला चतुर्वेदी की मदद से उक्त मशीन को बाहर निकाला, मशीन की हालत बहुत खराब हो चुकी थी उसके सारे पाइप लगभग खराब हो चुके थे ज्वाइंट सारे खत्म हो चुके थे , परंतु मशीन को ऑपरेट करने के लिए आवश्यक मशीन अभी भी चालू स्थिति में थी। चूंकि डॉ यश तलेरा भोपाल में प्रैक्टिस के दौरान उक्त मशीन पर कार्य कर चुके थे उन्होंने बताया कि अगर इन में लगने वाली कुछ ऐसे सरीज अगर उपलब्ध हो जाए तो शायद ही वेंटिलेटर ट्रैवलिंग  उपयोग में लाया जा सकेगा। फिर क्या था कुछ लोगों को जोकि हाल में कोरोना वायरस के लोगों के दौरान आमजन की मदद में लगे थे जैसे गोलू उपाध्याय एवं टीम ने वेंटिलेटर मशीन को ठीक करने के लिए आवश्यक जुगाड़ की समस्त सामग्री उपलब्ध कर दी वह जिन सामग्रियों की आवश्यकता थी उनका एक फेसबुक पोस्ट बना दिया कि इस तरह की सामग्री किसी के पास भी उपलब्ध है तो वह संपर्क करें। हार्डवेयर व्यापारी राहुल तालेरा ने फोन करके उक्त टीम को सूचित किया कि मेरे पास इसमें की सामग्री उपलब्ध है और आप इसे ले जा सकते हैं और उपयोग कर सकते हैं। समस्त आवश्यक सामग्री मिलने के पश्चात वह 2 दिन की इस मेहनती जुगाड़ में उक्त वेंटीलेटर को जॉइंट किया गया  ऑक्सीजन सिलेंडर से , और वर्तमान में थांदला सिविल हॉस्पिटल में पदस्थ डॉक्टर कमलेश परस्ते एवं डॉ मनीष दुबे को उक्त वेंटिलेटर की टेस्टिंग हेतु बुलाया गया। दोनों डॉक्टरों ने उक्त मशीन को चेक करा उसकी पंपिंग को टेस्ट करा तो उन्होंने देखा कि सही  तरह कार्य कर रही है वह भविष्य में इसका उपयोग किया जा सकता है। उक्त वेंटीलेटर पूर्ण रूप से साफ करने हेतु सैनिटाइजर , विषाणु मुक्त किया जा रहा है। सभी ने डॉक्टर के स्थल एवं पूरी टीम जिसने इस मशीन को पुनः स्थापित करने में योगदान दिया की सराहना की । मशीन को अभी पूर्ण रूप से उपयोगी बनाना है तो उसके टेस्टिंग किया जाना बाकी है जिसके पश्चात मशीन को मरीजों पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।

1 Comments

  1. Thank you, thank you to all Dr. and all the townspeople

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