जिला स्तरीय कराटे प्रतियोगिता में झाबुआ के बच्चें बने चेम्पियन | Jila stariy karate pratiyogita main jhabua ke bachche bane champion

जिला स्तरीय कराटे प्रतियोगिता में झाबुआ के बच्चें बने चेम्पियन

जिला स्तरीय कराटे प्रतियोगिता में झाबुआ के बच्चें बने चेम्पियन

थान्दला (कादर शेख) - राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग तथा वर्ल्ड बुडो सतोरियों कराटे एसोसिएशन झाबुआ के संयुक्त तत्वाधान में थान्दला में पहली बार आयोजित जिला स्तरीय कराटे चेम्पियनशीप 2020 प्रतियोगिता में झाबुआ, पेटलावद व थान्दला आदि विभिन्न स्कूलों के 104 बच्चों ने भाग लिया जिनमें निधि त्रिपाठी (झाबुआ) इंटरनेशनल में चयनीत, शिवा त्रिवेदी (झाबुआ) नेशनल के लिये चयनित प्रतियोगी भी शामिल हुए व अतिथियों को सेल्फ डिफेंस के कुछ नायब स्टंट करके दिखाये। कराटे चेम्पियनशीप प्रतियोगिता का शुभारम्भ मुख्य अतिथि थान्दला नगर परिषद अध्यक्ष बंटी डामोर, उपाध्यक्ष मनीष बघेल, संस्था के अध्यक्ष व देश के कराटे सिहान समुराई (उप्र), राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के प्रदेशाध्यक्ष पवन नाहर, सेंसई नितिन सौलंकी (उप्र), पार्षद समर्थ उपाध्याय, पार्षद आनंद चौहान, संस्था संचालक अनिल शर्मा आदि अतिथियों ने कराटे फाइट को इशारा कर किया। प्रतियोगी बच्चों को सम्बोधित करते हुए नगर परिषद अध्यक्ष ने कहा कि कराटे विधा आत्मरक्षा के लिये श्रेष्ठ अस्त्र रूप है। 

जिला स्तरीय कराटे प्रतियोगिता में झाबुआ के बच्चें बने चेम्पियन

इसे हमेशा आत्म रक्षा व देश की सुरक्षा में ही प्रयोग करें। और अपने गुरु की शिक्षा से अपने घर परिवार और जिले का नाम रोशन करें। उन्होंने कोच उदयसिंग से कहा कि इंडोर स्टेडियम पर ही कराटे क्लास लगाए जो भी जरूरत हो बतायें यह शिक्षा बच्चों को आत्मनिर्भर बनाएगी इसलिये इसको बढ़ावा देने के लिये हमारे द्वारा हर सम्भव प्रयास किये जायेंगे। कराटे सिहान समुराई ने कराटे विधा से भारत में आई सुरक्षा के विषय में बताया वही बच्चों को अनुशासन व ऊर्जा का सही प्रयोग करने की प्रेरणा दी। पार्षद गोलू उपाध्याय ने सभी बच्चों को शुभकामना देते हुए कहा हार-जीत खेल का नियम है इसलिये जीत में फूलना नही व हार में हतोत्साहित नही होना चाहिये। राष्ट्रिय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के प्रदेशाध्यक्ष पवन नाहर ने बच्चों को स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा के लिये प्रेरित करते हुए कहा कि जितने की बजाय इस विधा व अपने प्रतियोगी के दांव पेंच भी समझने का प्रयास करें तो उनके लिये बेहतर होगा तभी वे एक दिन भारत का प्रतिनिधित्व भी कर सकेंगे। 

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कार्यक्रम में नगर परिषद उपाध्यक्ष मनीष बघेल, संस्था संचालक अनिल शर्मा, संस्था कोच आशीषजी ने भी बच्चों को शुभकामनाएं दी। कराटे आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले थान्दला कोच उदयसिंग गरवाल ने बताया कि संस्था के जिला कोच सूर्यप्रताप सिंह, पेटलावद कोच जिला प्रकोष्ठ संयोजक आशीष बाविष्कर व अंकित भण्डारी, मुदित शुक्ला, थान्दला कोच ज्योति भदाले, कैलाशजी, बादल पाण्डे आदि के प्रयास सराहनीय है। प्रतियोगिता में सर्वाधिक मेडल झबुआ टीम ने जीतकर चैम्पियन ट्रॉफी जीती जबकि पेटलावद टीम प्रथम रनरप व थान्दला की टीम द्वितीय रनरप रही। इस अवसर पर दोनों ही संस्थाओं द्वारा विजेताओं के अलावा सभी प्रतियोगी बच्चों को मेडल व प्रशस्ति पत्र से व समाजसेवी राजू धानक ने भी सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग द्वारा प्रतियोगिता संयोजक उदयसिंह गरवाल के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पूर्व पार्षद सुधीर भाबर, राजेश जैन (काऊ भाई), अलिहुसेन नाकेदार, प्रशांत उपाध्याय, जितेंद्र राठौड़ आदि ने उपस्थित होकर बच्चों का उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम का संचालन पवन नाहर ने किया व सूर्यप्रताप सिंह ने आभार माना।

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