कलेक्टर दीपक आर्य ने किया जिला चिकित्सालय का निरीक्षण
बालाघाट (देवेन्द्र खरे) - कलेक्टर दीपक आर्य ने आज 16 जनवरी को जिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं में सुधार करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर सी पनिका एवं सिविल सर्जन डॉ आर के मिश्रा भी मौजूद थे।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में चल रहे निर्माण कार्यों, भोजन कक्ष एवं वार्डों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों को समय सीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिये। जिला चिकित्सालय की नालियों एवं ड्रेनेज सिस्टम का काम तेजी से पुरा करने कहा गया। जिला चिकित्सालय की पैथोलाजी के लिए भवन आवश्यकता के अनुसार तैयार करने कहा गया। शासन के निर्देशों के अनुसार पैथोलाजी का काम आउटसोर्स से होगा। इसके अंतर्गत पैथोलाजी का भवन एवं कर्मचारी शासकीय रहेंगें और इसका संचालन आउटसोर्स फर्म द्वारा किया जायेगा। पैथोलाजी की सेवायें 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी।
कलेक्टश्र ने निरीक्षण के दौरान एनआरएचएम के संविदा उपयंत्री श्री डोंगरे द्वारा निर्माण कार्यों का ठीक ढंग से देखरेख नहीं किये जाने के कारण उसके एक माह के वेतन आहरण पर रोक लगाने के निर्देश भी दिये। कलेक्टर श्री आर्य ने पैथोलाजी के भवन के संबंध में आउटसोर्स फर्म के इंजीनियर से शीघ्र निरीक्षण कराकर पैथोलाजी लैब के लिए आवश्यकताओं के अनुरूप कार्य कराने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय के नये बने इमरजेंसी वार्ड में सीसीटीव्ही कैमरे लगाने, एसएनसीयू वार्ड में भर्ती नवजात बच्चों एवं शिशु वार्ड में भर्ती बच्चों की माताओं के लिए बनाये गये मदर वार्ड की उन्होंने प्रशंसा की और उसका कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये। जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों के लिए समर्पण संस्था के कक्ष में बनाये जा रहे भोजन का भी उन्होंने निरीक्षण किया और भोजन कक्ष में स्वच्छता बनाये रखने के निर्देश दिये। वार्डों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने बेड के खराब हो चुके गद्दों को बदलने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने बताया कि जिला चिकित्सालय में ओपीडी के अलावा हर समय चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए एक रोस्टर बनाया गया है और उसे डिस्प्ले बोर्ड पर उनके मोबाईल नंबर सहित प्रदर्शित किया जायेगा। जिससे मरीजों एवं आम जनता को पता चल सकेगा कि किस वार्ड में किस समय पर कौन से डाक्टर की ड्यूटी है और वह मोबाईल पर उनसे सम्पर्क कर सकेगें। जिला चिकित्सालय के प्रसूति वार्ड में भी रात्री के समय महिला चिकित्सक की उपस्थिति सुनिश्चित की जा रही है।
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