खनिज मंत्री एवं विधानसभा उपाध्यक्ष ने बताई सरकार की एक साल की उपलब्धियां
बालघाट (देवेंद्र खरे) - मध्यप्रदेश शासन के खनिज साधन मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल एवं विधानसभा उपाध्यक्ष सुश्री हिना कावरे ने आज 30 नवंबर को बालाघाट में पत्रकारों से चर्चा कर उन्हें मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार की एक साल की उपलब्धियों की जानकारी दी।
खनिज मंत्री श्री जायसवाल ने पत्रकारों को बताया कि 15 साल तक एक ही पार्टी की सरकार रहने के बाद जनता ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता सौंपी है। हमारी सरकार को विरासत में प्रदेश का खाली खजाना मिला है। वर्ष 2003 में प्रदेश पर 35 हजार करोड़ रुपये का कर्ज था, जो 15 वर्ष में बढ़कर 02 लाख 35 हजार हजार करोड़ रुपये हो गया है। हमारी सरकार अपने वचन पत्र के अनुसार कार्य कर रही है। हम पांच साल में वचन पत्र के सभी वादों को पूरा करेंगें। मात्र एक साल के कार्यकाल में ही मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने अच्छा कार्य किया है। संविदा शिक्षकों का अध्यापक संवर्ग में संविलियन कर दिया गया है। अपने घर परिवार से दूर रहकर सेवायें दे रहे अध्यापकों का 15 सालों से स्थानांतरण नहीं किया गया था। हमारी सरकार ने अध्यापकों का स्थानांतरण किया है। बुजुर्गो की पेंशन बढ़ाकर 600 रुपये कर दी है। मुख्यमंत्री विवाह योजना की राशि को बढ़ाकर 51 हजार रुपये कर दिया है। बिजली की दरों में कमी कर आम आदमी को बड़ी राहत प्रदान की है।
खनिज मंत्री श्री जायसवाल ने खनिज नीति की चर्चा करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने रेत एवं खनिज की अलग-अलग नीति बनाई है। खनिजों में रेत से मिलने वाला राजस्व मात्र 70 करोड़ रुपये था और यह खनिजों की सूची में 10 वें क्रम पर था। हमारी सरकार ने नई रेत नीति बनाई है और इसे मार्च 2020 से लागू कर दिया जायेगा। नई रेत नीति से प्रदेश को 1200 करोड़ रुपये का राजस्व मिलेगा। पन्ना की हीरा खदान एवं छतरपुर की बंदर खदान की नीलामी की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है इससे प्रदेश सरकार को 60 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलेगा।
विधानसभा उपाध्यक्ष सुश्री हिना कावरे ने इस अवसर पर बताया कि बालाघाट जिले में मेडिकल कालेज खोलने के लिए मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ द्वारा सहमति प्रदान कर दी गई है। बालाघाट नगर में ओव्हर ब्रीज के लिए भी राशि उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। जिले में सड़कों की सुविधाओं के विस्तार के लिए भी प्रयास किया जा रहा है। किसानों के ऋण माफी का दूसरा चरण प्रारंभ होने जा रहा है। भगवान राम वनपथ गमन में बालाघाट जिले के रामपायली को शामिल करने के लिए प्रयास किये जा रहे है। बालाघाट देवेन्द्र खरे
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