देपालपुर नगर में हुआ अनोखा आयोजन, रावण दहन के 26 वे दिन होता है आन्नदान का आयोजन
लगातार 28 वर्षो से हो रहा है ये आयोजन
देपालपुर (दीपक सेन) - नगर एक नगर है जो सांस्कृतिक धरोहर के नाम से जाना जाता है ऐसे ही नगर में एक ऐसा आयोजन किया गया जिसको लेकर आयोजन समिति करीब 28 वर्ष से आयोजन कर रही है मामला है देपालपुर नगर के रावण दहन समिति के द्रवारा प्रतिवषॅ
रावण दहन समिति के द्वारा प्रतिवर्ष रावण दहन के 26 दिन रावण के क्रिया कर्म का पूरी विधि विधान से कर कर महा प्रताप के रावण को श्रद्धा सुमन अर्पित कर 26 वें दिन एक सहा भोज का आयोजन किया जाता है जिसमें समिति के करीब 115 सदस्य द्वारा प्रतिवर्ष का आयोजन किया जाता है देखा जाए तो मध्य प्रदेश के इतिहास में पहला ऐसा गांव होगा जहां पर रावण दहन के पश्चात ऐसा आयोजन हो रहा है आज के भागदौड़ जिंदगी में देखा जाए तो रावण को जलाने (दहन) के बाद सभी अपने काम में व्यस्त हो जाते हैं
लेकिन देपालपुर ऐसा नगर है रावण दहन समिती द्रवारा यस आयोजन सतत करती आ रही है ऐसा आयोजन प्रदेश मे पहला आयोजन है जो रावण के दहन के पश्चात पुरी विधि विधान से ऐसा आयोजन ईरती आ रही है जहां पर यह आयोजन करीब 26 वर्ष से निरंतर हर वर्ष का आयोजन किया जाता है जिसमें रावण के पूरी विधि विधान से यह आयोजन किया जाता है जिसमें समिति द्वारा
अंन्नदान पगडी का आयोजन किया जाता है जिसमें सभी समाज बंधु शामिल होते हैं
रावण दहन समिती के अध्यक्ष एव पुवॅ नगर परिषद अध्यक्ष ने बताया की रावण दहन समिती के सभी सदस्य मिल कर यह आयोजन करते आ रहै है रावण भी एक परिक्रमी योध्दा था।
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