अलीराजपुर जिले के ग्राम मोरधी के किसान का इंदोर मे सीताफल बिका 100 रूपये प्रति किलो
जैविक सेतु मार्केट इन्दौर में अलीराजपुर के जैविक उत्पाद की बिक्री हुई प्रारंभ
अलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - सीताफल जिले सहित मप्र, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र तक प्रसिद्ध है, लेकिन सीताफल उपज का उचित दाम नहीं मिलने से किसान नाम मात्र के दामों पर बडी मात्रा में सीताफल की उपज को बैचने को मजबूर रहते है। लेकिन प्रषासन की पहल रंग लाई और इन्दौर स्थित जैविक सेतु मार्केट में अलीराजपुर के किसान के यहां उत्पादित जैविक सीताफल की उपज 100 रूपये प्रति किलो के दाम पर विक्रय हुई है, जिससे उक्त किसान को उपज का उचित दामों तो प्राप्त हुआ है। उसे अपने जैविक उत्पाद को विक्रय करने का एक उचित माध्यम भी प्राप्त हुआ है। जिले के दूरस्थ वनांचल में बसा ग्राम मोरधी यहां के किसान नानसिंह कुछ समय पूर्व तक सीताफल की उपज को 15 से 20 रूपये प्रति किलो विक्रय करने को मजबूर थे लेकिन प्रषासन की पहल पर उक्त किसान का आत्मा परियोजना के तहत पंजीयन कराया जाकर इस किसान को अपनी उपज को जैविक पद्धति से तैयार करने का प्रषिक्षण और जानकारी दी गई। उक्त किसान को सीताफल उपज को जैविक तरीके से तैयार करने की बात बताई गई। नानसिंह को दी गई जानकारी अनुसार उसके यहां सीताफल का उत्पादन हुआ। सर्व प्रथम उनके सीताफल के उत्पादन को जैविक गुणवत्ता जांच हेतु जैविक सेतु इन्दौर की लैब में भेजा गया। यहां सीताफल जांच में जैविक गुणवत्ता पर खरा पाया गया। इसके बाद उक्त किसान ने सीताफल की ग्रेडिग करके करीब 20 किलो सीताफल जैविक सेतु मार्केट इन्दौर विक्रय हेतु भेजा, जो कि 100 रूपये प्रति किलो के दाम पर विक्रय हुआ। नाममात्र के दामों बिकने वाला सीताफल 100 रूपये प्रति किलो बिकने पर नानसिंह भाई बताते है मैं बहुत खुष हूं कि मेरी उपज का इतना अच्छा दाम मिला। उन्होंने बताया मुझे जैविक उत्पाद तैयार करने का प्रषिक्षण और विक्रय करने का प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है आने वाले समय में मैं अपनी अन्य उपज को जैविक विधि से तैयार करके जैविक सेतु मार्केट में विक्रय करूंगा और फसल का उचित दाम कमाउंगा। उल्लेखनीय है कि जैविक उपज को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से इंदौर कमिश्नर आकाष त्रिपाठी के निर्देष पर इंदौर मंे जैविक सेतु मार्केट में जिले के किसानों के जैविक उत्पादों को विक्रय करने हेतु विषेष प्रयास किये जा रहे है। उक्त मार्केट में विभिन्न प्रकार के जैविक उत्पादों का विक्रय होता है। इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती सुरभि गुप्ता ने बताया जैविक उत्पाद का प्रषिक्षण और प्रमाणिकरण की प्रक्रिया करके जिले के उक्त किसान के उसके यहां उत्पादित जैविक सीताफल उपज को बेहतर दाम दिलाने का प्रयास किया गया है। आने वाले दिनों में कई ओर किसानों का जैविक उपज संबंधित प्रमाणिकरण की प्रक्रिया की जाएगी, जिससे जैविक उत्पादों को बढावा तथा किसानों को उपज का बेहतर दाम मिलेगा तथा आमजन को जैविक उत्पाद की शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री उपलब्ध हो सकेगी।
Tags
jhabua