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फर्जी हस्ताक्षर कर लंबी दूरी के कनेक्शन जारी, सिंहपुर वितरण केंद्र में गड़बड़ी चरम पर Aajtak24 News |
शहडोल - जिले के सिंहपुर विद्युत वितरण केंद्र में इन दिनों विद्युत कनेक्शन को लेकर भारी अनियमितता सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार, यहां नियमों को ताक पर रखकर लंबी दूरी के कनेक्शन में फर्जीवाड़ा कर भारी भरकम रकम लेकर जारी किए जा रहे हैं। जबकि विद्युत वितरण कंपनी के नियमानुसार उपभोक्ताओं को लगभग अधिकतम 40 मीटर की दूरी के भीतर ही कनेक्शन देना अनुमत है, लेकिन यहां एक से दो किलोमीटर दूर तक के कनेक्शन फर्जी हस्ताक्षर कर जारी किए जा रहे हैं। इस मामले को संबंधित फरियादी ने अपने उच्च अधिकारी से जांच पड़ताल कर न्याय की गुहार लगाई है।क्या है मामलामालूम हो कि जिले के सिंहपुर विद्युत वितरण केंद्र के अंतर्गत ग्राम पुरनिहा जोधपुर फीडर एजी पंप कनेक्शन जिसका सर्विस क्रमांक 1107030519 एवं 110703 520 में फर्जीवाड़ा किया गया है।इस पूरे मामले में जोधपुर फीडर के युवराज पटेल ने मुख्य भूमिका निभाई है जोधपुर फीडर के अंतर्गत पुरनिया ग्राम में 2 विद्युत का स्थाई कनेक्शन बगैर विभाग के कर्मचारियों के सहमति के फर्जी तरीके से कर दिया गया है जिसकी दूरी एक किलोमीटर से डेढ़ किलोमीटर दी गई है वहीं फरियादी ने इस पूरे मामले की फाइल व सर्वे की दोबारा जांच पड़ताल करने की बात उच्च अधिकारियों से की है जिससे दोषीजनों पर कठोर से कठोर कार्रवाई करने की आवश्यकता है।फर्जी हस्ताक्षर का खेल
मामले की गंभीरता तब और बढ़ गई जब यह खुलासा हुआ कि इन कनेक्शनों को जारी करने में विभाग के फर्जी हस्ताक्षर का इस्तेमाल किया जा रहा है। यानी जिनके माध्यम व जिनकी भौतिक व लिखित सहमति पर ही आवेदन को आगे बढ़ाया जाता है, साथ ही इनकी सर्वे रिपोर्ट तैयार कर कनेक्शन जारी किए जाते है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि इस पूरे मामले में सिंहपुर वितरण केंद्र में पदस्थ आउटसोर्स कर्मचारी और जिम्मेदार विभाग के जूनियर इंजीनियर (JE) की मिलीभगत सामने आ रही है।अर्से से चल रहा गोरख धंधा स्थानीय सूत्रों का कहना है कि लंबे समय से यह गोरखधंधा पूरे विद्युत वितरण केंद्र में बखूबी चल रहा है, जिसमें ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों की अनभिज्ञता का फायदा उठाकर लाखों रुपए की अवैध वसूली की जा रही है। एक कनेक्शन के एवज में 10 से 20 हजार रुपए तक की मांग की जा रही है, जो पूरी तरह से अवैध है।इस संबंध में जब सिंहपुर वितरण केंद्र के विभागीय JE श्रीवास्तव जी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो हमेशा की तरह उन्होंने फोन नहीं उठाया गया।लेनदेन पर भी हो करवाई सिंहपुर विद्युत वितरण केंद्र के अंतर्गत पंप कनेक्शन, पोल बढ़ाने हेतु, ट्रांसफार्मर, एनओसी सहित अन्य कागजी प्रक्रिया में उपभोक्ता के द्वारा अधिकारियों व कर्मचारियों के लेन देन पर भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि भविष्य में इस तरह के मामले न आ सके।उच्च अधिकारियों से जांच की मांग ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और विद्युत मंडल के उच्चाधिकारियों से मांग की है कि इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो यह भ्रष्टाचार का जाल और भी फैल सकता है, जिससे न केवल शासन को राजस्व की हानि होगी, बल्कि आम उपभोक्ताओं का विश्वास भी टूटेगा।