इंदौर में इमारत विध्वंस: रिश्वतकांड का धमाका, मालिक ने लगाया 20 लाख की घूस मांगने का आरोप, इंजीनियरों पर लटकी तलवार Aajtak24 News

 

इंदौर में इमारत विध्वंस: रिश्वतकांड का धमाका, मालिक ने लगाया 20 लाख की घूस मांगने का आरोप, इंजीनियरों पर लटकी तलवार Aajtak24 News

इंदौर - इंदौर में एक चार मंजिला इमारत को बम से उड़ाए जाने के बाद अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। इमारत के मालिक डॉ. इजहार मुंशी ने नगर निगम के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनसे इमारत के निर्माण के लिए कुल 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। डॉ. मुंशी के इस आरोप के बाद यह मामला और भी उलझ गया है और नगर निगम पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग रहे हैं।

ये है पूरा मामला...

इंदौर नगर निगम ने योजना क्रमांक 54, पीयू-4 में नाले से 9 मीटर की दूरी के दायरे में बनी एक चार मंजिला इमारत को पहले पोकलेन से तोड़ा और फिर उसे बम से उड़ा दिया। निगम का कहना है कि इमारत का निर्माण नियमों के खिलाफ किया गया था, लेकिन इमारत के मालिक डॉ. इजहार मुंशी का दावा है कि उन्होंने इमारत का नक्शा पास करवाया था और नियमों का पालन किया था।

मालिक का आरोप: 20 लाख की रिश्वत मांगी गई

डॉ. इजहार मुंशी, जो स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल ऑफिसर थे और हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं, ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नगर निगम के अधिकारियों ने उनसे इमारत के निर्माण की अनुमति देने के लिए कुल 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। उन्होंने बताया कि पहले उनसे 5 लाख रुपये लिए गए और बाद में 15 लाख रुपये की मांग की गई। डॉ. मुंशी ने कहा कि जब उन्होंने रिश्वत देने से इनकार कर दिया, तो उनकी इमारत को अवैध बताकर गिरा दिया गया।

इंजीनियरों पर कार्रवाई की मांग

मामले में नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे और महापौर परिषद के सदस्य राजेश उदावत ने भी अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने इस मामले में शामिल भवन अधिकारी और भवन निरीक्षक को निलंबित करने और उनके खिलाफ विभागीय जांच करने की मांग की है। राजेश उदावत ने नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को पत्र लिखकर कहा है कि जिस इंजीनियर असित खरे ने गलत तरीके से इस भवन का नक्शा मंजूर किया था, उसे फिर से उसी जोनल कार्यालय में पदस्थ कर दिया गया है। उन्होंने असित खरे और कंसल्टेंट इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

मेयर का आश्वासन: जांच होगी, दोषियों पर कार्रवाई

इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने इस मामले में जांच का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह से इमारत को तोड़ा गया है, उसमें कई सवाल उठते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मेयर ने यह भी कहा कि अगर इमारत का कुछ हिस्सा नक्शे के विपरीत बना था, तो उसे गिराने की बजाय सिर्फ उसी हिस्से को तोड़ना चाहिए था। पूरी इमारत को बम से उड़ाना सही नहीं था। डॉ. मुंशी के रिश्वत के आरोपों के बाद इस मामले में नया मोड़ आ गया है। अब देखना यह है कि नगर निगम इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या डॉ. मुंशी को न्याय मिल पाता है या नहीं।

Post a Comment

Previous Post Next Post