भोपाल लव जिहाद कांड: फंडिंग के गहरे जाल का पर्दाफाश, आलीशान लाइफस्टाइल के पीछे छिपा आपराधिक नेटवर्क network Aajtak24 News

 

भोपाल लव जिहाद कांड: फंडिंग के गहरे जाल का पर्दाफाश, आलीशान लाइफस्टाइल के पीछे छिपा आपराधिक नेटवर्क network Aajtak24 News 

भोपाल - मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में सामने आए सनसनीखेज लव जिहाद और गैंगरेप मामले ने अब एक नया और गंभीर मोड़ ले लिया है। प्रारंभिक जांच में यह जघन्य अपराध सिर्फ यौन शोषण तक सीमित नहीं पाया गया है, बल्कि इसके पीछे एक सुसंगठित फंडिंग नेटवर्क और आपराधिक गठजोड़ के मजबूत संकेत मिले हैं। विशेष जांच दल (SIT) की गहन पड़ताल में आरोपियों की चौंकाने वाली आलीशान जीवनशैली और उसे संचालित करने वाले अज्ञात स्रोतों का खुलासा होने लगा है। सूत्रों की मानें तो इस पूरे गिरोह को शहर का एक कुख्यात और आपराधिक पृष्ठभूमि वाला व्यक्ति आर्थिक सहायता मुहैया करा रहा था, जिसकी पड़ताल अब SIT की प्राथमिकता बन गई है। इस कांड का मुख्य आरोपी, MBA की डिग्रीधारी फरहान अली खान, अपनी उम्र और कथित पारिवारिक पृष्ठभूमि से परे एक असाधारण रूप से महंगी जीवनशैली जीता था। पुलिस की तफ्तीश में सामने आया है कि फरहान के पास लगभग 3 लाख रुपये की एक शानदार स्पोर्ट्स बाइक मौजूद थी, इसके अलावा उसके पास महंगी घड़ियों का एक विस्तृत संग्रह था और वह अक्सर लक्जरी होटलों में ठहरता था। एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले फरहान की यह असाधारण जीवनशैली स्वाभाविक रूप से संदेह के घेरे में आ गई है, और अब SIT इस रहस्यमय फंडिंग के पीछे के व्यक्तियों और उनके उद्देश्यों की गहराई से जांच कर रही है।

SIT की शुरुआती जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वे और भी चिंताजनक हैं। पता चला है कि फरहान और उसके साथियों को शहर के एक बड़े आपराधिक चेहरे द्वारा लगातार वित्तीय मदद पहुंचाई जा रही थी। यह संदिग्ध व्यक्ति पहले भी कई आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा है और कथित तौर पर कट्टरपंथी धार्मिक विचारधारा से भी प्रभावित है। इसी अवैध फंडिंग के माध्यम से आरोपी महंगी होटलों में युवतियों को ले जाते थे, उन्हें महंगे उपहारों से लुभाते थे और फिर उन्हें अपने जाल में फंसाकर सामूहिक बलात्कार और ब्लैकमेलिंग जैसे घिनौने अपराधों को अंजाम देते थे।

पुलिस की जांच में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि इस गिरोह का मुख्य उद्देश्य केवल लड़कियों का यौन उत्पीड़न करना नहीं था, बल्कि उनका अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें पोर्नोग्राफिक वेबसाइटों पर बेचना भी उनके संगठित धंधे का हिस्सा था। फरहान के मोबाइल फोन और लैपटॉप की जांच में कई ऐसी पोर्न साइटों के लिंक पाए गए हैं, जहां इन पीड़ितों के आपत्तिजनक वीडियो अपलोड किए गए थे। इस घिनौने कृत्य में आरोपी नबील और फरार चल रहा अबरार फरहान की सक्रिय रूप से सहायता करते थे। पीड़ितों को ब्लैकमेल कर अबरार और नबील के कमरों में संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता था, जहां इन शर्मनाक कृत्यों को कैमरे में कैद किया जाता था।

इस मामले में अब तक गिरफ्तार और वांछित आरोपियों की कुंडली भी सामने आई है, जो इस पूरे षड्यंत्र की भयावहता को दर्शाती है:

  1. फरहान अली खान: इस गिरोह का सरगना है। यह लड़कियों को प्रेम के जाल में फंसाता था, फिर उनके साथ बलात्कार करता और आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड करता था। इन्हीं वीडियो के माध्यम से वह पीड़ितों को ब्लैकमेल कर बार-बार यौन शोषण करता था।

  2. साहिल खान: अशोक गार्डन इलाके में एक डांस क्लास चलाता था, जहां लगभग 30 हिंदू लड़कियां प्रशिक्षण लेती थीं। यहीं से वह अपनी शिकार लड़कियों की पहचान करता था।

  3. अली खान: इसने एक छात्रा को प्रेम जाल में फंसाकर उसके साथ बलात्कार किया और उस घटना का वीडियो बनाकर फरहान को भेजा था।

  4. साद: यह फरहान का करीबी सहयोगी है, जो लड़कियों को होटलों तक लाने और उन्हें नशीला पदार्थ देने का काम करता था।

  5. नबील: यह बिहार से भोपाल में पढ़ाई करने आया था और फरहान को पीड़ितों के अश्लील वीडियो को पोर्न वेबसाइटों पर बेचने की तकनीकी जानकारी और तरीके सिखाता था।

  6. अबरार: यह आरोपी फिलहाल फरार है। वह कोलकाता का रहने वाला है और पीड़ितों के आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें पोर्न साइटों पर बेचने का मुख्य कार्य करता था।

इस पूरे घटनाक्रम पर मुख्य आरोपी फरहान के पिता, रिजवान खान ने मीडिया के सामने आकर गहरी शर्मिंदगी व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मेरे बेटे ने ऐसा घिनौना अपराध किया है। घर में वह एक शरीफ और धार्मिक लड़के की तरह रहता था, अपनी बहनों के सामने पर्दे का पालन करवाता था। मैं उसके अपराधों पर शर्मिंदा हूं और चाहता हूं कि उसे ऐसी सजा मिले जो दूसरों के लिए एक सबक बने।"

जब इस मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, तो वहां मौजूद वकीलों और आम नागरिकों का गुस्सा फूट पड़ा। कोर्ट परिसर में ही आरोपियों की जमकर पिटाई हुई, जिसके बाद भारी पुलिस बल की मौजूदगी में उन्हें मुश्किल से सुरक्षित कोर्ट के अंदर ले जाया जा सका।

प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस गंभीर मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "राज्य में सुशासन हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जो भी इस जघन्य अपराध में शामिल होगा, उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। यह मामला सिर्फ एक अपराध का नहीं है, बल्कि यह सामाजिक मूल्यों को ध्वस्त करने का एक गंभीर प्रयास है।" भाजपा सांसद आलोक शर्मा ने घोषणा की कि वे इस संवेदनशील मुद्दे को लोकसभा में उठाएंगे, जबकि विधायक रामेश्वर शर्मा ने लव जिहाद के खिलाफ "चौतरफा हमला" बोलने की बात कही।

अब तक की जांच में पांच पीड़ित महिलाओं ने पुलिस के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए हैं। SIT ने आरोपियों के फंडिंग के स्रोतों की गहन जांच शुरू कर दी है। फरहान और नबील के लैपटॉप और मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच तेजी से जारी है, ताकि और भी सबूत जुटाए जा सकें। फरार आरोपी अबरार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोलकाता और अन्य संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है।

निष्कर्षतः, भोपाल का यह जघन्य मामला केवल एक आपराधिक घटना नहीं है, बल्कि एक गहरे सामाजिक और संभावित धार्मिक षड्यंत्र की ओर इशारा करता है, जिसमें मासूम लड़कियों को सुनियोजित तरीके से निशाना बनाया गया, न केवल उनका शारीरिक और मानसिक शोषण किया गया, बल्कि उसे एक संगठित नेटवर्क के माध्यम से पोर्नोग्राफी उद्योग तक पहुंचाया गया। अब जब SIT इस मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है, तो यह उम्मीद की जा रही है कि इस पूरे अपराध चक्र की भयावह सच्चाई सामने आएगी और सभी दोषियों को कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।

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