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जिले के प्रत्येक पंचायत में 30 अक्टूबर तक कृषक समृद्धि चौपाल का आयोजन Krishak Samriddhi Chaupal organized in every Panchayat of the district till 30th October |
गरियाबंद - जिले में ग्रीष्मकालीन धान फसल को हतोत्साहित करने और दलहन, तिलहन, मक्का, नगदी एवं उद्यानिकी फसलों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री दीपक कुमार अग्रवाल के निर्देशानुसार जिले के समस्त ग्राम पंचायतों में 8 अक्टूबर से "कृषक समृद्धि चौपाल" अभियान की शुरुआत की गई है।
यह अभियान गरियाबंद विकासखण्ड के आमदी द, बेंदकुरा, आमदी म, छुरा विकासखण्ड के अकलवारा, अतरमरा, भैसमुड़ा, दादरगांव, मैनपुर विकासखण्ड के बजाड़ी, भाठीगढ़, बासमुड़ी, भेजीपदर, देवभोग के बरबहाली, बरकानी, कैटपदर, एवं फिंगेश्वर विकासखण्ड के बरभाठा, बरोण्डा, भसेरा, एवं बारूला में आयोजित किया गया है।
कृषक समृद्धि चौपाल में ग्रीष्मकालीन धान उत्पादन के दुष्प्रभावों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें भूमि, जल और मानव स्वास्थ्य पर इसके हानिकारक प्रभावों के बारे में किसानों को जानकारी दी जाएगी। साथ ही, किसानों को फसल चक्र अपनाने के लाभों के बारे में भी बताया जाएगा, जिसमें धान के स्थान पर मटर, उड़द, मूंग, चना जैसी दलहन फसलों और गन्ना, कपास जैसी नगदी फसलों के साथ-साथ फल-फूल और सब्जियों की उद्यानिकी फसलों को लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
इसके अलावा, जल उपयोगिता क्षमता में वृद्धि के उपाय जैसे ड्रिप और स्प्रिंकलर के उपयोग के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। इस अभियान के तहत अन्य फसल लेने वाले किसानों को सहकारी समितियों और अन्य बैंकों के माध्यम से अल्पकालीन कृषि ऋण वितरित किया जाएगा। पशुपालन और मत्स्यपालन के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर, किसान क्रेडिट कार्ड एवं सहकारी समितियों और बैंकों के माध्यम से ऋण वितरित किया जाएगा।
कृषक उत्पादक संगठन में किसानों को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर उनके उत्पाद की ब्रांडिंग, पैकेजिंग और विपणन के लिए सहयोग दिया जाएगा। कलेक्टर के निर्देशानुसार, इस अभियान का क्रियान्वयन कृषि विभाग, पशुपालन, उद्यानिकी, सहकारिता, मत्स्य और संवर्गीय विभाग के अधिकारी-कर्मचारी करेंगे।
जो किसान धान के बदले अन्य फसल अपनाएंगे, उन्हें विकासखण्ड स्तर पर सम्मानित किया जाएगा, और प्रत्येक विकासखण्ड में ऐसे 5-5 किसानों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा।