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निगम ने 45 क्लिनिक स्वास्थ्य विभाग को सौंपे, शुरू हुए सिर्फ 10 |
इंदौर - लोगों को निःशुल्क उपचार सुलभता के साथ उपलब्ध करवाने के लिए सरकार ने संजीवनी क्लिनिक योजना शुरू की। विधानसभा चुनाव के पूर्व ही संजीवनी क्लीनिकों का कार्य बहुत तेजी से चला। साथ ही इसके लिए बजट की भी व्यवस्था सरकार द्वारा की गई। इसी का परिणाम रहा कि शहर में अब तक 45 संजीवनी क्लिनिक 85 वार्डों में तैयार हो चुके हैं। इनके अलावा और भी कई संजीवनी क्लिनिकों का कार्य जारी है। हालांकि यह दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि नगर निगम द्वारा स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर किए गए 45 संजीवनी क्लिनिकों में से सिर्फ 10 ही शुरू हो पाए हैं। सिर्फ 10 ही क्लिनिक ही पर स्वास्थ्य विभाग डॉक्टर और स्वास्थ्य अमला पदस्थ कर पाया है।
जानकारी अनुसार शहरवासियों को अपने ही वार्ड में सुलभ उपचार उपलब्ध करवाने के लिए सरकार ने संजीवनी क्लिनिक योजना शुरू की। इसके लिए करोड़ों रुपए का बजट भी आवंटित किया गया। नगर निगम के जनकार्य विभाग के अधिकारियों ने भी मौके का फायदा उठाते हुए तुरंत विभिन्न वार्डों में संजीवनी क्लीनिक के लिए टेंडर भी जारी कर दिए। इन क्लिनिको के लिए हर वार्ड में हाथों-हाथ जगह भी तलाश ली गई। कुल मिलाकर जिस रफ्तार से नगर निगम द्वारा संजीवनी क्लिनिको का निर्माण करवाया गया स्वास्थ्य विभाग द्वारा उतनी ही स्पीड से इन्हें चालू नहीं किया जा सका। हालत यह है कि नगर निगम अधिकारी कह रहे हैं कि यदि साल भर इन क्लिनिको को चालू नहीं किया गया तो यह खंडहर होने की स्थिति में आने शुरू हो जाएंगे। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की भी मजबूरी है कि विभाग के पास पहले ही डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ की भारी कमी है। ऐसे में नए क्लिनिक चालू करने के लिए और अधिक स्टाफ की जरूरत होगी जिसके लिए नहीं भर्ती ही विकल्प मात्र है।
लाखों रुपए का लोकधन न हो जाए बर्बाद
नगर निगम सीमा में स्थित 85 वार्डों में संजीवनी क्लिनिकों का निर्माण हो रहा है। बताया जा रहा है कि संजीवनी क्लिनिकों के लिए करोड़ों रुपए लोकधन का भुगतान निगम ठेकेदारों को किया गया है। 45 संजीवनी क्लिनिक स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर भी किया जा चुके हैं, इनमें से सिर्फ 10 शुरू होना बताया जा रहा है। शेष 35 संजीवनी क्लिनिक जो पूर्ण हो चुके हैं डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं। यदि यह शीघ्र ही चालू नहीं हो पाते हैं तो निगम अधिकारियों का कहना है कि धीरे-धीरे इनका चरण चालू हो सकता है। ऐसे में लोक धन बर्बाद होने की संभावना पूर्ण है।
10 क्लिनिक चालू किए हैं...
शहर में 10 संजीवनी क्लिनिक चालू किया जा चुके हैं। इनमें लोगों का उपचार भी शुरू हो चुका है। -बीएस सैत्या, सीएमएचओ, इंदौर