मदद के लिए उठ रहे हाथ, कई संस्थाएं सामने, तहसीलदार ने बताए बचने के उपाय
धामनोद (मुकेश सोडानी) - कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए नगर में लगातार तहसीलदार अजमेर सिंह गौड़ और नायब तहसीलदार अनुराग जेन व पुलिस प्रशासन का महकमा लगातार भ्रमण कर रहा है । हालांकि सुबह 9:00 बजे तक दी जा रही छूट में लोग एक जगह एकत्रित होकर खरीदी कर रहे हैं । जो घातक है । लेकिन पुलिस प्रशासन और प्रशासन की सख्ती के आगे 10:00 बजे पूरा क्षेत्र कर्फ्यू जैसे माहौल में तब्दील हो जाता है । प्रतिदिन प्रशासन सतर्कता से कार्य कर रहा है वहीं अस्पताल प्रबंधक दिन-रात लोगों को कोरोनावायरस के प्रकोप से बचाने के लिए जुगत कर रहे हैं । शनिवार के दिन भी लोग घरों में बंद रहे ।
मदद के लिए उठ रहे लोगों के हाथ सेवा संस्था आयी सामने
मदद के लिए अब नगर में लोग आगे आ रहे हैं । सुबह नगर में पत्रकार संघ द्वारा पोहे का नाश्ता वितरण कराया गया । तकरीबन 400 लोगों को पत्रकार संघ के मुकेश सोडानी, विनय पाटीदार, राहुल राठौड़, विकास पटेल, गोलू सोलंकी, दीपक सेन, जगन्नाथ यादव, अंतिम सिटोले ने मिलकर लोगों को पहुंचाया । सभी मीडिया कर्मियों ने अस्पतालों और क्षेत्र के बाहरी छोर पर रोड से गुजर रहे लोगों को नाश्ता करवाया । हालांकि प्रतिदिन की तरह नगर के अन्य समाजसेवी भी सामने आकर मदद में आगे बढ़ रहे है । नगर अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने जो लोग मजदूरी करने क्षेत्र में आए थे उन्हें पहुंचाने की व्यवस्था की । धरमपुरी विधायक पांचीलाल मेड़ा ने बताया कि वह मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर क्षेत्र में समस्याओं को निराकरण एवं राहत पैकेज में वृद्धि हो इसके लिए चर्चा करेंगे ।
पैदल गुजर रहे लोगो की प्रशासन कर रहा मदद
क्षेत्र में कई लोग महाराष्ट्र सीमावर्ती क्षेत्र से प्रदेश की ओर पैदल ही गुजर रहे है । जैसे ही उनके पैदल जाने की जानकारी लगी तो नगर के समाजसेवी निलेश पोरवाल, राजकुमार माहेश्वरी नपा उपाध्यक्ष विष्णु कर्मा ने उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने में मदद की । तहसीलदार अजमेर सिंह गौड़ ने बताया कि जो लोग बाहरी क्षेत्र में फंसे हैं । उन्हें अपने घर पहुंचाने के लिए प्रशासन पुख्ता इंतजाम कर मदद कर रहा है ।
प्रकोप से बचने की पाठशाला, मंडी में आयोजित तहसीलदार ने बताया कैसे बचे
मंडी परिसर में विधायक पांचीलाल मेड़ा की मौजूदगी में वायरस के प्रकोप से बचने के लिए बैठक ली गई । इस दौरान एसडीओपी एन के कंसोटिया, थाने का प्रभार देख रहे राजेंद्र भदौरिया, और अन्य प्रशासनिक अमला भी मौजूद था । क्षेत्र में बंदी के दौरान आ रही समस्याओं के निराकरण के लिए चर्चा हुई तथा कई समस्याओं का निराकरण मौके पर भी किया गया ।
तहसीलदार अजमेर सिंह गोंड ने
निम्न बिंदुओं पर कोरोना से बचने के उपाय बताएं ।
क्या करें और क्या न करें ?
वायरस से बचने के लिए कुछ खास बचाव के उपाय बताए हैं बताया गया कि 6 वर्ष से कम और 60 वर्ष से अधिक वाले ज्यादा सवाधान रहें।
कोरोना वायरस से बचने के लिए आइये जानते हैं कि क्या करें और क्या न करें ?
व्यक्तिगत सफाई पर दें ध्यान ।
सफाई के लिए अपने हाथों को लगातार धोते रहें। हाथ गंदे नहीं होने पर भी धोएं। धोने के बाद हो सके तो टिशू का प्रयोग करें। छींकने और खांसने के दौरान अपने मुंह पर हाथ रखें।
पांच बार हाथ धोएं ।
वायरस से निपटने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने को कहा है। इसके लिए हाथों की सफाई को प्रमुखता दी है और दिन में कम से कम पांच बार हाथ धुलने का सुझाव दिया। डब्ल्यूएचओ ने हाथ को कब और कैसे धुलने का तरीका भी बताया है।
कब हाथ धोएं ?
- छींकने और खांसने के बाद।
- बीमार व्यक्ति से मुलाकात के बाद।
- शौचालय के इस्तेमाल के बाद।
- खाने बनाने और खाने के बाद।
- पशुओं को छूने के बाद।
ध्यान रखें,,
- खांसी या छींकने पर टिशू का इस्तेमाल करें या कोहनी से ढकें ।
- अगर कोई व्यक्ति आपके बिल्कुल पास में खांसी या छींके तो कुछ सेकेंड तक टुकड़ों में सांस लें।
छींकने और खांसने वालों से रखें दूरी ।
इस बात पर ध्यान देना है कि जो लोग छींक रहे हों, उनसे दूरी बनाकर रखें। दरअसल, सर्दी जुकाम से मिलते लक्षण कोरोना वायरस के भी हैं, ऐसे में जब कोई आपके आस-पास छींक रहा हो तो उससे दूर हट जाएं और अपने मुंह को ढकने की कोशिश करें।
चेहरे को छूने से करें परहेज ।
बार-बार अपने चेहरे को छूने से बचना चाहिए। बताया कि अपने चेहरे, नाक और आंखों को न छुएं। वो कहते हैं कि यदि आपके हाथ किसी दूसरे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमित भी हैं तो आप ऐसा करके शरीर के अंदर पहुंचाने में मदद कर सकते हैं।
मुंह पर रखें मास्क ।
यह बहुत आम सुरक्षा है। आम तौर पर देखा जाता है कि कई लोगों को मुंह पर मास्क लगाने से बचते हैं और उन्हें परेशानी महसूस होती है। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इसे पहनना जरूरी है, जब आप अपने घर से बाहर भीड़-भाड़ वाली जगह जा रहे हों। डॉक्टरों के अनुसार, इससे इंफेक्शन का खतरा काफी कम हो जाता है। इसके लिए मास्क पहनने की सलाह दी जाती है।
दरवाजे के हत्थे को संभलकर छुए//
ठोस धरातल के बार- बार इस्तेमाल से कोरोना वायरस सबसे तेजी से फैलता है। इस स्थिति में किसी धरातल को कोई संक्रमित व्यक्ति इस्तेमाल करता है और उसी को दोबारा कोई स्वस्थ व्यक्ति छूता है तो वह भी संक्रमित हो जाता है। उन्होंने कहा कि दरवाजे के हत्थे समेत ट्रांसपोर्ट के दौरान ऐसी तमाम वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाता है। इनसे परहेज करना चाहिए ।
ताजा हवा के लिए खिड़कियां खोले रखें ।
यदि हम दरवाजे और खिडकियों को खुला रखकर ताजी हवा में सांस लें तो कोरोना वायरस की चपेट में आने से बचा जा सकता है। सिंगापुर में मुख्य स्वास्थ्य वैज्ञानिक चोर्थ चुहान के अनुसार ताजी हवा में कोरोना वायरस फैल नहीं पाते हैं। कोशिश करें कि आपके बेडरूम और गेस्ट रूम की दरवाजे खिड़कियां खुली रहें।
अंडा और मांस से रखें दूरी//
जब कोरोना वायरस पूरी दुनिया में पैर पसार रहा है तो कोशिश करें कि अंडे और मांस से दूरी रखें। ऐसा करने से आप कोरोना वायरस के इंफेक्शन से बचेंगे।
मोबाइल फोन का नियमित साफ करें। मोबाइल के जरिए भी इंफेक्शन हो सकता है।
ऐसे करें अपनी और लोगों की सुरक्षा ।
-यदि आपको खांसी और बुखार आ रहा हो तो लोगों से दूरी बनाए रखें।
- अपनी आंख, मुंह और नाक को बार-बार न छुएं।
-सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचें।
- खेतों की ओर जाने, जीवित पशुओं के बाजार में जानें से बचें।
- जीवित पशुओं के संपर्क में आने और अधपके मांस को खाने को बचें।
- जहां जानवर का वध किया जाता हो, वहां जानें से बचें।
ये लक्षण दिखे तो रहें सावधान ।
- बुखार, खांसी और जुकाम हो तो यात्रा न करें।
-अचानक तेज बुखार होना
-तेज बुखार, जुकाम और खांसी होना।
-शरीर में तेज दर्द के साथ कमजोरी
-लिवर और किडनी में परेशानी
-सांस में तकलीफ होना
-निमोनिया के लखण दिखना ।
-पाचन क्रिया में अचानक तकलीफ होना।
- ऐसा होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
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