मध्य प्रदेश के कई जिले व कई शहर व गांव हो रहे मदिरा मय | Madhya Pradesh ke kai jile va shahar va ganv ho rhe madira may

मध्य प्रदेश के कई जिले व कई शहर व गांव हो रहे मदिरा मय
   
कोरोना संक्रमण किसी को महामारी मगर माफियाओं को बहुत लाभकारी

शराब माफियाओं की बल्ले बल्ले

जबलपुर (संतोष जैन) - जहां एक और पूरा देश महामारी से जूझ रहा है शासन प्रशासन द्वारा गरीब मजदूर एवं किसानों के बैंक खाते में सहायता राशि डाली जा रही है ताकि उनका जीवन यापन सही ढंग से हो सके इसके विपरीत शराब माफियाओं द्वारा  धड़ल्ले से शराब बेची जा रही है

गरीब मजदूर को उनके गांव शहर एवं मोहल्ले में ही दुगनी से अधिक रेटों पर शराब उपलब्ध कराई जा रही है। 


प्रशासन द्वारा स्वीकृत राशि को माफियाओं द्वारा पूरी प्लानिंग से हड़पा जा रहा है 

ग्रामीण क्षेत्रों शहरी क्षेत्रों में माफियाओं द्वारा शराब की डिलीवरी गांव गांव शहर शहर एवं मोहल्ले मोहल्ले की जा रही है जो कि संदिग्ध एवं जांच का विषय है  

 मध्य प्रदेश के कई जिले व कई गांव शहर और तहसील में अंग्रेजी कच्ची हो या पक्की सभी प्रकार की मदिरा दुगने से अधिक रेटों पर उपलब्ध हो रही है 

सूत्रों से खबर मिली है कि पानी के खाली टैंकरों द्वारा कार तथा बड़ी गाड़ियों के द्वारा  शराब की पेटियां व  खुली दारू भर कर दोही जाती है

शराब माफिया बेखौफ होकर शराब को गांव गांव शहर शहर तक पहुंचाने में लगे हुए हैं आखिर इन्हें किसकी शह है कौन है जो इन्हें रात के अंधेरे में खुली छूट देता है 

शराब माफिया बिना डर भय के शराब की पेटियों को गांव-गांव शहर शहर तक पहुंचाने में लगे हैं 

मामला  सेटिंग का है चाहे पुलिस हो या आबकारी पैसा सब तक पहुंचता है 

 बाबू ऊपर से नीचे तक का पूरा खेल पैसा लो खुली छूट दो दोनों हाथ घी मैं 

कई हैं  घट राष्ट्र दोनों हाथ से बटोरे माल बाबू हम तो हैं

 तुम तो बेचो माल कोई नहीं पकड़ेगा पकड़ेंगे तो हम बाद में छोड़ देंगे 

सबके बंधे हैं महीने पहुंचता है लिफाफा समय पर 

दारू पकड़ने के पहले ही खबर पहुंच जाती है शराब माफिया तक

 90 का बच्चा 120 में 400 की बोतल 1200 सौ  मैं   3000 की पेटी 8000 में 

अधिकारी कर्मचारी व शराब माफिया पैसे लगे पीटने मैं 

शासन कब जागेगा कुंभकरण की नींद से


मामला संदिग्ध है 
ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले ही शराब के पुराने ठेके खत्म होने पर शराब ठेकेदारों द्वारा अपना स्टॉक माल गांव-गांव शहर शहर तक पहुंचाया गया है। 

अब देखना यह है कि प्रशासन  कब जागेगा   कुमारी  नींद से 

माफियाओं पर कार्यवाही की जाती है या किसी छोटे माफिया को ही बड़ा माफिया बनाकर कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति मात्र की जाती है।

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